#Artificial Insemination#
भारत सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रव्यापी कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के तहत किसानों की आय बढ़ाने के उदेश्य से देश के 600 ऐसे जनपदों जहाँ कृत्रिम गर्भाधान 50% से कम हैं वहाँ पर गाय व भैंस में कृत्रिम गर्भाधान द्वारा अच्छे नस्ल की सुधार के लिए योजना लागू की गई हैं। यह योजना उत्तर प्रदेश के समस्त जिले में संचालित है।
- यह योजना 1 अगस्त, 2020 से 1 मई, 2021 तक संचालित की गई हैं।
मुख्य बिन्दुः
1.इसके तहत प्रत्येक जनपद से 500 गाँव को चिन्हित किया जाएगा, प्रत्येक गाँव से 100 पशुओं को चिन्हित करते हुये 50 हजार पशुओं को गर्भित करने का लक्ष्य रखा गया है।
2.प्रत्येक कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता राजकीय व प्राइवेट को प्रत्येक गर्भाधान पर 50 रुपये व उत्पन्न संतति के इनाफ पर डेटा अपलोड करने पर 100 रुपये दिया जाएगा।
3.गाय-भैंसों में समस्त प्रकार की देशी विदेशी प्रजातियों के वीर्य उपलब्ध होंगे।
4.प्रत्येक पशु को पहचान चिह्न (टैग) लगाकार आधार की तरह पहचान पत्र दिया जायेगा व इनाफ पोर्टल पर राष्ट्रीय स्तर पर चिह्नित किया जायेगा।
5.प्रत्येक जनपद में दो डेटा इन्ट्री आपरेटर हेतु रू० 10,000/माह की दर सें 10 माह हेतु रू० 2.0 लाख की धनराशि तथा कन्टिन्जेन्सी तथा प्रचार-प्रसार हेतु रू० 1,000 प्रति गाँव की दर से प्रति जनपद हेतु रू० 5 लाख की धनराशि की व्यवस्था हैं।
6.प्रचार, पशु प्रजनन सुविधाओं की ढुलाई, आदि के लिए रू० 0.50 लाख प्रति जनपद एवं प्रदेश स्तर पर जागरुकता, प्रचार-प्रसार कार्यक्रम हेतु रू० 1 लाख प्रति जनपद की दर सें धनराशि की व्यवस्था हैं।
संपर्क करे:
योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अपने नजदीकी कृत्रिम गर्भाधान केन्द्र या पशुपालन विभाग या पशु डाॅक्टर से संपर्क कर सकते हैं।