मधुमक्खी पालन व्यवसाय को खेती किसानी से जुड़े लोग या फिर बेरोजगार लोग अपनाकर एक साल में लाखों की कमाई कर सकते है। इस व्यवसाय को कम लागत में छतों में, मेड़ों के किनारे, तालाब के किनारे किया जा सकता है। मधुमक्खी पालन एक ऐसा व्यवसाय हैं जिसमें घाटा होने की संभावना कम होती है.
मधुमक्खी पालन कों बढावा देने के लिए हरियाणा सरकार मधुमक्खी किट व रानी किट खरीदने पर 75% अनुदान दे रही। जिसका लाभ उठाकर किसान एक अच्छा व्यवसाय स्थापित कर सकते हैं।
इसके लिए प्रदेश में मधुमक्खी बाॅक्स किट 101 व रानी रियरिंग किट 100 का लक्ष्य रखा गया है। अत: यह लक्ष्य अलग- अलग जिलें के अनुसार है।
देश में चार प्रकार की मधुमक्खियों की प्रजाति पाई जाती है जिसमें यूरोपियन इटेलियम बी है इसका मधुमक्खी का पालन काफी आसानी से पाल सकते है क्योंकि वह बहुत शांत स्वभाव की होती है
मधुमक्खी का उत्पाद यानि की शहद के लाभ (Benefits of bee product ie honey):
मधुमक्खी पालन में किसी केमिकल या खाद का उपयोग नहीं किया जाता, जिससे पर्यावरण का भी संरक्षण होता है। साथ ही मधु के नियमित सेवन से तपेदिक, अस्थमा, कब्जियत, खून की कमी, रक्तचाप से भी बचाव होता है। वहीं रायल जेली का सेवन स्मरण शक्ति बढ़ाने के साथ ही आयु में भी वृद्धि करता है। यही नहीं इससे ट्यूमर का भी खतरा नहीं रहता। वहीं मौनी विष से गठिया, बताश व कैंसर की दवाएं भी बनाई जाती है।
कितना मिल रहा अनुदान (How much grant):
मधुमक्खी किट व रानी रियरिंग किट खरीदने पर 75% अनुदान दिया जा रहा है। प्रति मधुमक्खी बाॅक्स किट कुल लागत 12500 रुपये पर 9375 रुपये अनुदान मिलेगा। तथा प्रति रानी रियरिंग किट कुल लागत 1000 रुपये पर 750 रुपये अनुदान मिलेगा।
कहाँ करे पंजीकरण (Where to register):
आवेदकों को सरकार की वेबसाइट http://hortharyanaschemes.org.in/ApplySchemes इस पर जाकर आवेदन करना होगा।
किसान इस योजना के लिए 31 मार्च 2021 तक आवेदन कर सकते है।
आवश्यक दस्तावेज (Important documents):
आवेदक को आधार कार्ड, बैंक पासबुक, खतौनी की नकल, आदि दस्तावेज लेकर जाना होगा।
अधिक जानकारी (More information):
योजना की अधिक जानकारी के लिए जिले के उद्यान विभाग से संपर्क करे।